-डॉ अरुण कुमार मयंक-
बिहारशरीफ डेस्क। नालंदा कॉलेज में शुक्रवार को स्टूडेंट काउंसलिंग सेल एवं आईक्यूएसी द्वारा छात्र परामर्श कार्यशाला में ‘स्व को जानें’ विषय पर चर्चा हुई। इसमें प्राचार्य प्रो. (डॉ.) राम कृष्ण परमहंस ने युवाओं से कहा कि आपकी काबलियत व आत्मविश्वास ही सबसे बड़ा अस्त्र है। यह हमेशा से आपके साथ ही रहता है। इसलिए सबसे पहले खुद को जानें और पहचानें। अपने अंदर की प्रतिभा को निखरने का पूरा मौका दें। चुनौतियां हमेशा से रहीं हैं। इन्हीं चुनौतियों को स्वीकार कर आपको आगे बढ़ने के लिए खुद रास्ता बनाना होगा।
प्रो परमहंस ने आगे कहा कि शिक्षा, शिक्षक और शिक्षालय इसके लिए माध्यम भर हैं। बदलते समय में इसके स्वरुप बदल रहे हैं। लेकिन, इसका आधार वही है। आप हमेशा याद रखें एक दीपक हमेशा रौशनी करता है। पर इसी दीपक से आग भी लगती है। उसमें सब कुछ स्वाहा हो सकता है। आप युवा हैं। आपमें ओज, जोश और हुनर सबकुछ है। इसका सही व संतुलित उपयोग करें।
मुख्य वक्ता ग्रामीण विकास विभाग के विकास प्रबंधन संस्थान के प्रो. सूर्य भूषण ने कहा कि जीवन में सफलता के उच्चतम शिखर पर पहुंचना है, तो आउट ऑफ द बॉक्स यानि कुछ नया सोचना होगा। आईक्यूएसी के समन्वयक डॉ. बिनीत लाल ने कहा कि स्नातक या स्नातकोत्तर की डिग्री किसी के लिए भी रोजगार की गारंटी नहीं है। बल्कि विषय के बारे में जानकारी, कुशलता एवं दक्षता ही लोगों को सफल बनाने में महत्वपूर्ण है। छात्र परामर्श सेल की सदस्या डॉ भावना ने सभी से आह्वान किया कि आज इंटरनेट के युग में जानकारी तो बहुत उपलब्ध है पर सटीक एवं मान्य जानकारी कम है। उन्होंने पूरी सावधानी से इंटरनेट का उपयोग करने को कहा तथा अपने करियर के चुनाव में सभी बातों का ध्यान रखना चाहिए। कार्यशाला में डॉ. श्रवण कुमार, डॉ. तृप्ति राय, डॉ. जगमोहन कुमार, डॉ. अनिल कुमार अकेला, डॉ. मो. इकबाल, डॉ. संजीत, डॉ. प्रीति रानी व अन्य शामिल थीं।